अर्थशास्त्र क्या है?What is economics?
अर्थशास्त्र क्या है? What is Economics? सीमित संसाधनों का असीमित इच्छाओं अर्थात जरूरतो में वितरण का अध्ययन है। उदाहरण:- जैसा की नीचे चित्र में दर्शाया गया है कि एक मेला लगा हुआ है वहां पर एक बच्चा जिसके पास केवल ₹10 है जिन्हें हम सीमित संसाधन माने और बच्चे ₹10 से मेले में खाना खाना है, खिलौने खरीदने हैं, मस्ती करनी है, कहने का तात्पर्य है कि बच्चे को ₹10… और पढ़ें »अर्थशास्त्र क्या है?What is economics?
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार क्यों करते है, क्या कारण है? एवं अर्थव्यवस्था के प्रकार:-
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार क्यों करते हैं, एवं क्या कारण है? अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्यों करते हैं:- क्योंकि प्रत्येक देश अपने सभी प्रकार के संसाधनों में संतुलन बनाए रखना चाहता है। जिस देश के पास जिस संसाधन की अधिकता है, वह उसका निर्यात(Ecport)करता है एवं जिस देश के पास उसी संसाधन की कमी है वह उस संसाधन क आयात(Import) करता है। उदाहरण:- जैसा की नीचे चित्र में दर्शाया गया है की देश-1 के… और पढ़ें »अंतर्राष्ट्रीय व्यापार क्यों करते है, क्या कारण है? एवं अर्थव्यवस्था के प्रकार:-
अर्थव्यवस्था का चक्रीय प्रभाव क्या होता है।
अर्थव्यवस्था का चक्रीय प्रभाव:- नीचे दिए गए चित्र-1 के माध्यम से समझने का प्रयास करेंगे की एक सभाचंद्रपुर नामक गांव है, जहां पर उद्यमी सुमित एक सुमित इलेक्ट्रॉनिक नाम से दुकान खोलना चाहता है, जिसके लिए उसे किराए की दुकान चाहिए। सुमित को सभाचांदपुर में एक बुजुर्ग महिला द्वारा दुकान किराए पर मिल जाती है, अब सुमित को उस दुकान में इलेक्ट्रॉनिक सामान लाने के लिए पूंजी चाहिए, जो वह… और पढ़ें »अर्थव्यवस्था का चक्रीय प्रभाव क्या होता है।
राष्ट्रीय आय क्या है, इसका इतिहास एवं राष्ट्रीय आय की गणना कैसे की जाती है?
राष्ट्रीय आय क्या है: इसका इतिहास, गणना एवं महत्वपूर्ण तथ्य राष्ट्रीय आय:– किसी एक राष्ट्र मैं एक निर्धारित समय ( सामान्यत: 1 वर्ष) में उत्पादित समस्त वस्तुओं एवं सेवाओं के अंतिम मूल्य को ‘राष्ट्रीय आय’ कहते हैं। राष्ट्रीय आय का इतिहास दादा भाई नौरोजी ने “पॉवर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया“(Poverty and Unbritish Rule in India) नामक पुस्तक की रचना की थी, जो 1901 में प्रथम बार प्रकाशित हुई। इसी… और पढ़ें »राष्ट्रीय आय क्या है, इसका इतिहास एवं राष्ट्रीय आय की गणना कैसे की जाती है?
अर्थव्यवस्था के क्षेत्र || Sectors of Economy
अर्थव्यवस्था के क्षेत्र || Sectors of Economy:- उत्पादन के आधार पर अर्थव्यवस्था के क्षेत्र– प्राथमिक क्षेत्र (Primary Sector):- वह क्षेत्र जिसमें कच्चे माल का उत्पादन किया जाता है। वह क्षेत्र जहां प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर कच्चे माल का उत्पादन किया जाता है। उदा0–कृषि,पशुपालन(Animal Husbandry), मछलीपालन, मुर्गीपालन, उत्खनन, वानिकी(Forestry) etc. विशेषताएं– (i) शारीरिक शक्तियों का अधिक उपयोग (ii) प्राथमिक क्षेत्र भारत में रोजगार में सर्वाधिक योगदान देता है। (iii) आजादी… और पढ़ें »अर्थव्यवस्था के क्षेत्र || Sectors of Economy
मुद्रास्फीति(Inflation)
मुद्रास्फीति(Inflation) मुद्रास्फीति(Inflation) क्या है? वस्तुओं के सामान्य मूल्य स्तरों में निरंतर वृद्धि को मुद्रास्फीति कहते हैं।मुद्रास्फीति में मुद्रा आपूर्ति में वृद्धि होती है एवं मुद्रा की कीमत में ह्रास होता है। मुद्रास्फीति का विभाजन– कारणों के आधार पर मुद्रास्फीति को दो भागों में विभाजित कर सकते हैं, (i) मांग जनित मुद्रास्फीति(Demand Pull Inflation) या आपूर्ति घटित मुद्रास्फीति (Supply shock Inflation)— (i) मांग जनित मुद्रास्फीति(Demand Pull Inflation) या आपूर्ति घटित मुद्रास्फीति… और पढ़ें »मुद्रास्फीति(Inflation)